बिजनौर, अगस्त 13 -- जिलेभर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या एक बड़ी समस्या बन गई है। इसी के साथ कुत्तों के हमले भी बढ़े हैं जो लोगों की जान भी ले रहे हैं। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। घर से निकलते ही बच्चे ही नहीं बड़े भी कुत्तों का शिकार हो रहे हैं। हर गली मोहल्ले में आवारा कुत्ते बड़ी संख्या में नजर आ जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बिजनौर में औसतन रोजाना 166 से अधिक लोग कुत्तों के शिकार होते हैं। यह आंकड़े केवल सरकारी अस्पतालों में दी जाने वाली एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) के हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी आवारा कुत्तों की समस्या पर चिंता जताई है। जनहित में कुत्तों को पकड़कर दूर ले जाने का सुझाव दिया है। शीर्ष अदालत ने कहा है कि इस मामले में भावनाओं की जगह कार्रवाई करना जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद...