बाराबंकी, नवम्बर 4 -- जिले में पिछले चार दिनों से हुई बे मौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। अक्टूबर के इस असामान्य मौसम ने खेतों में खड़ी धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। कई गांवों में किसानों ने खेतों में पानी निकालने और गिरी हुई फसलों को बचाने की कोशिश भी की हैं, लेकिन बारिश की तीव्रता और लगातार नमी के कारण फसल को बचाना मुश्किल हो गया है। बारिश और तेज हवा के चलते बड़ी संख्या में धान की फसल जमीन पर गिर गई है। कटाई के लिए तैयार खड़ी फसल भीगने से खराब हो रही है। कई किसानों का कहना है कि पानी भरा होने से धान की बालियां खेतों में सड़ने लगी हैं। इससे उपज मात्रा के साथ गुणवत्ता पर भी गंभीर असर पड़ेगा। इस बार किसानों ने उर्वरक, डीजल और मजदूरी के बढ़े खर्चों के बीच धान की खेती में भारी निवेश किया था। ऐसे में फसल नष्ट होने से कई किसानों की आ...