बाराबंकी, जुलाई 17 -- जिले में लगभग 1800 से 2000 ट्रक चालक सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। इनमें बड़ी संख्या में चालक आसपास के ग्रामीण इलाकों से आते हैंं। जिले में रोजमर्रा की ज़िंदगी में जिन चीजों की आपूर्ति हम तक पहुंचती है, उनमें ट्रक चालकों की अहम भूमिका है। चाहे वह खाद्यान्न हो, दवाइयां हों, निर्माण सामग्री हो या अन्य जरूरी वस्तुएं। फिर भी इन ट्रक चालकों की समस्याएं आज भी प्रशासनिक प्राथमिकताओं से बाहर नजर आती हैं। ट्रक चालक ज्यादातर असंगठित व्यवस्था में काम करते हैं। उनके पास कोई निश्चित सेवा शर्तें नहीं हैं। न ही उन्हें ओवरटाइम का लाभ मिलता है और न ही पेंशन जैसी कोई सुविधा। हालांकि कुछ छोटे संगठनों या यूनियनों के जरिए उनकी आवाज उठाने की कोशिश होती है, लेकिन वे संगठित न होने के कारण प्रशासन पर दबाव बनाने में असफल रहते हैं। बोले बाराब...