बाराबंकी, जुलाई 31 -- जिले के हजारों युवा अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं। लेकिन सुविधाओं की भारी कमी, असमान संसाधन और बार-बार परीक्षा केंद्र का दूरस्थ जिलों में तय होना उनके लिए परेशानी का कारण बन गया है। हाल ही में आयोजित आरओ व एआरओ भर्ती परीक्षा में जिले के 60 प्रतिशत से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। बातचीत में उन्होंने इसके पीछे बड़ी वजह दूसरे शहरों में परीक्षा केंद्र और स्थानीय संसाधनों की कमी को बताया। बाराबंकी, रामनगर, सिरौलीगौसपुर, हैदरगढ़, बदोसराय और देवा जैसे क्षेत्रों से आने वाले अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा केंद्र प्रयागराज, लखनऊ या सीतापुर जैसे शहरों में बनाए गए। इन स्थानों तक पहुंचने में उन्हें न केवल समय बल्कि आर्थिक रूप से भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारा...