बाराबंकी, जुलाई 21 -- जिले के पारंपरिक खुदरा व्यापारी तेजी से पांव पसारते ऑनलाइन बाजार की चपेट में आ गए हैं। गली-मोहल्लों, कस्बों और बाजारों की पहचान रहे ये फुटकर दुकानदार आज अपने अस्तित्व को बचाने की जद्दोजहद में लगे हैं। हालत यह हो गई है कि दुकानों का खर्च निकालना भी मुश्किल होता जा रहा है। आमदनी घटने के साथ प्रतिस्पर्धा और बढ़ती मांगों ने व्यापारियों को मजबूर किया है कि वे खुद को बदलें। कई दुकानदारों ने अब अपने स्टोर को मॉल कल्चर के अनुरूप डिजाइन किया है, वहीं कुछ होम डिलीवरी व कस्टमर केयर की सुविधा देने लगे हैं। फिर भी बाजार में ग्राहक नहीं लौट रहे। बाराबंकी। रामनगर, देवा, सिरौलीगौसपुर, हैदरगढ़,जैदपुर,फतेहपुर, दरियाबाद,रामसनेहीघाट, शहर सहित अधिकतर तहसीलों के दुकानदारों ने बताया कि फुटपाथ पर अवैध दुकानें और अतिक्रमण से उनका व्यवसाय प्रभा...