बाराबंकी, अगस्त 30 -- कला लोगों में छिपी है, जरूरत है उसे सामने लाने की। जिले के कई कलाकारों ने मुम्बई फिल्म जगत तक अपने अभिनय की छाप छोड़ चुके हैं, मगर तमाम प्रतिभाएं संसाधनों के अभाव में आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। यह कहना है बाराबंकी के रंगमंच से जुड़े कलाकारों का। उनका कहना है कि राजधानी के समीप स्थित बाराबंकी जनपद में इनडोर स्टेडियम न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। स्टेज न होने के कारण प्रतिभाएं निखर नहीं रहीं है। अभिनय, नृत्य को एक महत्वपूर्ण कला के रूप में पहचान देने और इसके सामाजिक व मानसिक लाभों को रेखांकित करने का अवसर है। लेकिन जब बात बाराबंकी जिले की होती है, तो यहां अभिनय व नृत्य कला की स्थिति काफी चिंताजनक दिखती है। यहां पर स्थानीय कलाकारों व परंपरागत और लोक नृत्य की विधाएं अब लगभग विलुप्ति की ओर हैं। बहुत कम कलाकार ही ऐसे बचे हैं जो इन ...