बाराबंकी, अगस्त 31 -- बारिश और ठंडी हवाओं के कारण मौसम का तापमान बीते कुछ दिनों में काफी कम हो गया है। सामान्य दिनों की तुलना में पंखों, कूलरों और एसी का इस्तेमाल भी कम हो गया है। इसका सीधा असर बिजली की मांग पर पड़ा है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार बारिश के बाद बिजली की खपत में बड़ी कमी आई है, इसके बावजूद कटौती का सिलसिला थम नहीं रहा। लेकिन उमस भरी गर्मी में जब राहत के लिए लोग पंखा या कूलर का सहारा लेना चाहते हैं, तब जिले में बिजली की आंख मिचौली ने आमजन की परेशानी बढ़ा दी है। हालात यह हैं कि तहसील से लेकर कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों में कई घंटे तक बिजली कटौती हो रही है, जिससे न सिर्फ घरों की दिनचर्या बल्कि शिक्षा, व्यापार, स्वास्थ्य और पेयजल आपूर्ति जैसे जरूरी कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। बोले बिजली की मांग घटने पर भी नहीं थम रही अघोषित कटौती बा...