बाराबंकी, दिसम्बर 4 -- शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक धार्मिक स्थलों पर रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इन दिनों मंदिरों और धार्मिक स्थलों के आस-पास बंदरों का आतंक लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। मंदिर परिसर के बाहर और अंदर बंदरों के झुंड जमा रहते हैं, जो आते-जाते श्रद्धालुओं पर झपट्टा मारकर प्रसाद, बैग और मोबाइल छीन ले रहे हैं। कई लोग बंदरों के हमले से घायल भी हो चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह के समय मंदिर खुलते ही बंदरों का जमावड़ा लग जाता है। प्रसाद के लालच में ये बंदर महिलाओं और बच्चों पर हमला कर देते हैं, जिससे लोगों में दहशत बनी हुई है। कई श्रद्धालु डर की वजह से दर्शन करने आने से भी कतराने लगे हैं। दुकानदारों को बंदरों की वजह से दुकान पर बैठना भी मुश्किल हो गया है। आए दिन सामान बिखर जाने ...