बांदा, मार्च 7 -- बांदा। जनपद के विभिन्न विभागों और कार्यालयों में आउटसोर्सिंग पर करीब 20 हजार से अधिक कर्मचारी वर्तमान में काम कर रहे हैं लेकिन सरकारी विभागों और कार्यालयों के कामकाज को सुगम व तकनीकी गति देने वाले इन कर्मचारियों का खुद का जीवन गतिहीन हो गया है। सरकारी विभागों व उनसे संबद्ध दफ्तरों में अस्थायी रूप से काम करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मचारियों पर पिछले कुछ वर्षों से निर्भरता ज्यादा बढ़ी है। वह कार्यालयों में तकनीकी और सभी महत्वपूर्ण कार्य संभाल रहे हैं। इसके बावजूद ये काम व दायित्व के अनुसार वेतन और सुविधाओं से महरूम हैं। इनकी नियुक्ति किसी और संस्था के माध्यम से हो रही है और बहाली के बाद दूसरी फर्म के अधीन कर दिया जा रहा है। इनके खिलाफ शिकायत मिलने पर पक्ष भी रखने का मौका नहीं मिलता। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से जिले में अलग-...