बांदा, फरवरी 27 -- बांदा। फार्मासिस्ट स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दवाओं के वितरण, स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के साथ काम करने के लिए जिम्मेदार होते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रोगी को सही दवा और खुराक मिले। रोगियों की पीड़ा हरने के लिए दवाएं देने वाले फार्मासिस्ट अधिक कार्य के बोझ तले दबे हैं। यह पीड़ा उन्होंने आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से बातचीत के दौरान कही। रमाकांत समेत तमाम फार्मासिस्टों ने कहा कि तय समय से अधिक ड्यूटी कर रहे हैं। इसके लिए न तो अलग से कोई मेहनताना मिलता है। न ही कभी प्रोत्साहित किया जाता है। हमारी समस्याओं की फेहरिस्त लंबी है। उनपर ध्यान भी नहीं दिया जाता। आखिर किससे अपनी पीड़ा कहें, कोई सुनने वाला नहीं है। कहा कि आठ घंटे की ड्यूटी है पर काम 12 से 24 घंटे तक लिया जा रहा है। हमारी पीड़ा...