बहराइच, नवम्बर 4 -- बेमौसम बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है। खासतौर से इस बरसात से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में तैयार खड़ी फसल भींग जाने से किसानों की आंखों में आंसू आ रहे हैं। काटकर खेतों में बिछी धान की फसल पानी में भीगने से अंकुरित होने लगी हैं। किसानों का कहना है कि पानी में भींगकर पड़ी बालियों में चावल काला पड़ जाएगा। क्रय केन्द्रों पर भी इसे लिया नहीं जाएगा। ऐसे चावल का आढ़ती मनमाना भाव लेंगे। ऐसे में खून-पसीने से उगी धान की फसल को माटी के मोल बेचना पड़ेगा। सब्जी की खेती करने वाले टमाटर, पालक, मूली, सोया मेथी, गोभी की फसल में काफी नुकसान हुआ है। वहीं कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि फसल के लिए नुकसानदेह ही साबित हुई है। बोले बहराइच मुहिम के तहत हिन्दुस्तान ने किसानों से उनकी पीड़ा जानी तो किसानों ने कहा कि प्रकृति ने उन्हें ऐ...