बहराइच, दिसम्बर 22 -- जिले को आकांक्षी श्रेणी में शामिल किए जाने के तीन वर्षो में स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार हुआ है। ऐसा स्वास्थ महकमे के अफसरों का मानना है लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां करती है। इसी 15 दिसम्बर को बलरामपुर जिले से शहर स्थित मेडिकल कालेज को रेफर किए गए मरीज की अगले दिन हालत बिगड़ी, तो उसे शाम पांच बजे लखनऊ रेफर किया गया। दो घंटे तक एंबुलेंस न मिलने पर उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने इलाज में लापरवाही व एंबुलेंस में देरी से मरीज की मौत पर हंगामा काटा। उसे दबा दिया गया। कहने को तो मेडिकल कॉलेज में सिटी स्कैन, डिजिटल एक्सरे, डायलिसिस व इमरजेंसी में वेंटिलेटर युक्त बेड के साथ 24 घंटे जांच की सुविधा है। 550 क्षमता के मेडिकल कॉलेज में मरीजों की संख्या भी दोगुना से अधिक हो चुकी है। वजह देवीपाटन मंडल से रेफर मरीज भी सीधे यहां...