बहराइच, अगस्त 11 -- जिला मुख्यालय और तहसीलों के आस-पास के ग्रामीण इलाके के संपर्क मार्ग के रूप में इस्तेमाल होने वाली पुलिया व पुल क्षतिग्रस्त हैं। इनके कारण ग्रामीणों को बरसात के दिनों में आवागमन करने में भारी परेशानी उठानी पड़ती है। खासतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चों, ग्रामीण महिलाओं और बुजुर्गों के लिए क्षतिग्रस्त पुलिया खतरा बन जाती हैं, लेकिन समय रहते इनकी मरम्मत के के लिए कोई प्रयास नहीं किए जाते हैं। कई दशक पूर्व बनाए गए पुल व पुलियां क्षतिग्रस्त हैं जिनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। यही नहीं क्षतिग्रस्त पुलियों के आस-पास कोई संकेतक भी नहीं हैं, जिससे वाहन चालक सावधानी रखते हुए गुजर सकें। हाल ही में गोंडा में हुए हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई। इसके बावजूद भी जिम्मेदार विभागीय अधिकारी इससे सबक नहीं ले रहे हैं। गोंडा और बहराइच जिलों ...
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