बहराइच, अगस्त 7 -- नेपाल सीमा से लगे बहराइच मेडिकल कॉलेज में न केवल जिले के बल्कि बलरामपुर, गोंडा व श्रावस्ती के 75 % गंभीर मरीज रेफर कर इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा सीमा से लगे नेपाल राष्ट्र के आठ जिलों के रोगी भी बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पर ही निर्भर हैं। ओपीडी खुलने से लेकर बंद होने के बाद तक मरीजों से खचाखच भरी रहती है। पांच सालों में मेडिकल कॉलेज में इन्फ्रास्ट्रक्चर के नाम पर कुछ भवन बढ़े हैं। आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं, लेकिन रोगियों की बढ़ती तादाद के आगे ये व्यवस्था कम नजर आ रही है। पर्चा काउंटर, दवा काउंटर से लेकर पैथालॉजी में मरीजों की लंबी लाइन स्वस्थ्य सेवाओं से उम्मीदों की तस्वीर बयां करती हैं। जिला महिला व पुरुष हॉस्पिटल को समायोजित कर मेडिकल कॉलेज का दर्जा दिए हुए पांच साल से अधिक समय हो चुका है। मेडिकल कॉलेज ...