बस्ती, मई 31 -- Basti News : बिजली विभाग के निजीकरण का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। इस बार कॉरपोरेशन ने जहां निजीकरण के लिए कमर कस ली है, वहीं बिजली कर्मियों के आंदोलन में सरकार को प्रभावित करने की गर्मी नजर नहीं आ रही है। पूरे आंदोलन की कमान संभाल रहे विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश का कहना है कि 29 मई से आंदोलन में तेजी आएगी। इस दिन से पूर्ण कार्य बहिष्कार शुरू किया जाएगा। पॉवर कॉरपोरेशन इसे रिफार्म बता रहा है। उसका कहना है कि न तो कर्मियों की छंटनी होगी और न ही सेवा शर्तों में बदलाव होगा, जबकि आंदोलनकारियों का कहना है कि निजीकरण को रिफार्म का नाम दिया गया है। निजीकरण उपभोक्ताओं और बिजली कर्मियों दोनों के खिलाफ है। 'हिन्दुस्तान से बातचीत में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने समस्याएं साझा करते हुए समाधान की अपेक्षा की।...