बस्ती, मार्च 18 -- Basti News : भारत सरकार के दूरसंचार मंत्रालय से सन 2000 में अलग होकर भारत संचार निगम लिमिटेड अपने प्रोफेशन कार्यों से ऊंचाई पर पहुंचा। गांव से लेकर महानगरों तक लोगों को तार और बेतार दोनों से जोड़ दिया। गुणवत्ता व विश्वनीयता की पहचान बने बीएसएनएल के हालात बदले और प्राइवेट ऑपरेटरों से कड़ी टक्कर होने लगी। धीरे-धीरे बीएसएनएल में संसाधनों की कमी होने लगी। अधिकारियों व कर्मचारियों के समक्ष दुश्वारियां आ गईं। व्यावसायिक परिस्थितियों को संभालने के लिए उच्चधिकारियों ने समुचित कदम नहीं उठाए तो कर्मचारियों व अधिकारियों के तमाम सुविधाएं छिनती चली गईं, इसक चलते सेवाएं भी प्रभावित हुईं। 'हिन्दुस्तान' से बातचीत में बीएसएनएल से जुड़े अफसरों व कर्मियों ने अपना दर्द साझा किया। भारत संचार निगम लिमिटेड के स्थायी कर्मचारी समस्याओं से जूझ रहे ...
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