बस्ती, फरवरी 26 -- Bole Basti : गर्मी हो या बरसात। चाहे कड़ाके की ठंड। रैक आ जाने पर विपरीत परिस्थितियों में मालगोदाम पर श्रमिकों को काम करना पड़ता है। गर्मी के दिनों में धूल-गंदगी के बीच मालगोदाम पर सीमेंट और खाद की रैक से बोरियों को उतारना श्रमिकों के लिए काफी कठिन होता है। हर मौसम में रैक आने पर इन्हीं श्रमिकों की बदौलत लोगों के घरों तक चावल, गेहूं, खाद, खाद्य पदार्थ और सीमेंट आदि पहुंचता है। हाड़तोड़ मेहनत करने वाले श्रमिकों की समस्याओं की तरफ श्रम विभाग का ध्यान है और न ही इनसे काम करवाने वाले ठेकेदारों का। इनकी मजदूरी भी इतनी कम है कि उसमें परिवार चलाना मुश्किल हो जाता है। हिन्दुस्तान की ओर से 'बोले बस्ती अभियान के तहत बातचीत के दौरान श्रमिकों ने अपनी पीड़ा बयां की। Basti News: शहर में स्थित रेलवे मालगोदाम पर काम करने वाले मजदूरों की मजद...