बलिया, मार्च 12 -- नाम बड़े और दर्शन छोटे की कहावत तो सुनी होगी आपने। कुछ ऐसा ही शहर की 'प्रोफेसर कालोनी के साथ भी है। अधिकारियों के आवासों के पास बसी इस कॉलोनी के कई रास्ते बदहाल हैं तो कहीं सड़क पर ही सड़क बनाने का प्रस्ताव है। जलनिकासी का इंतजाम नहीं। चप्पे-चप्पे पर अतिक्रमण से रास्ते संकरे हो गए हैं। झाड़ू लगाते सफाईकर्मियों को किसी ने कभी देखा नहीं है। बिखरे कूड़े इसकी तस्दीक करते हैं। जलकर सभी देते हैं लेकिन जलापूर्ति पांच वर्षों से बंद है। कॉलोनी में फॉगिंग भी नहीं होती। कालोनी के रोहित कुमार यादव ने 'हिन्दुस्तान से चर्चा में कहा कि सड़क के दूसरी ओर अधिकारियों के आवास और विकास भवन भी है लेकिन कालोनी का विकास ठहर गया है। जल निकासी का इंतजाम नहीं है। नालियां वर्षों पहले की बनी हैं। मार्ग निर्माण मनमाने तरीके से कराया जा रहा है। इससे ...
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