बलिया, फरवरी 25 -- एक साथ कई टैक्सों के जरिए सरकार की झोली भरने वाले ट्रक ऑपरेटरों की राह आसान नहीं है। प्रशासन का मौखिक फरमान आए दिन उन्हें परेशान करता है। गलत रूट से चलने के लिए मजबूर किए जाते हैं, अनावश्यक दंड भी भुगतना पड़ता है। लंबा रास्ता तय करने में समय- ईंधन की बर्बादी होती है। सामानों की कीमत बढ़ती है, आमदनी प्रभावित होती है। गाड़ियों की किस्त जमा नहीं हो पाती। एक ही मार्ग पर ट्रक चलने से जाम लगता है। ऑपरेटर प्रशासन से सहयोगात्मक रवैये की उम्मीद करते हैं। पेट्रोल पंप परिसर में 'हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान ट्रक संचालकों ने अपने राह की बाधाएं गिनाईं। कुणाल राय ने कहा कि यूपी-बिहार को जोड़ने के लिए भरौली-बक्सर के बीच गंगा नदी पर पक्का पुल चालू हुआ तो काफी उम्मीद जगी। लगा कि कमाई बढ़ेगी और मुश्किलें कम हो जाएंगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं।...