बलरामपुर, अप्रैल 7 -- समस्या 65 किमी लम्बी राप्ती नहर योजना के लाभ से हजारों किसान वंचित, प्राकृतिक वर्षा पर निर्भर खेती किसानी नहरों में लगाए गए गूल व कुलावे तक नहीं पहुंच पाता पानी, प्रेशल बेल भी हो रहे निष्प्रयोज्य हर्रैया सतघरवा, संवाददाता। करोड़ों की लागत से बनाई गई राप्ती नहर परियोजना का लाभ अधिकांश किसानों को नहीं मिल रहा है। कुछ माइनर ऐसे हैं जिसमें पानी ही नहीं छोड़ा जा रहा है। ऐसे भी माइनर हैं जिनमें रैट होल के चलते पानी छोड़े जाते ही वह कट जाती हैं और फसलें जलमग्न हो जाती हैं। सिंचाई योजना का लाभ केवल नहर किनारे खेतों को ही मिल पाता है। लगभग 65 किमी लम्बी राप्ती नहर योजना के लाभ से हजारों किसान वंचित हैं। इसका मुख्य कारण नहर की पूरी क्षमता के साथ न चलना भी है। वहीं मुख्य नहर से निकली माइनर की ऊंचाई अधिक होने के कारण टेल तक पानी नह...
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