बरेली, मार्च 12 -- प्रदेश के ऐतिहासिक शैक्षिक संस्थानों में शुमार बरेली कॉलेज में वर्तमान में करीब 145 अस्थाई कर्मचारी काम कर रहे हैं। यह लोग तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं। कर्मचारियों की नियुक्ति को लगभग तीस वर्ष गुजर चुके हैं। महंगाई के इस दौर में भी इन लोगों को केवल दस हजार रुपये महीना मानदेय ही मिलता है। यह मानदेय भी महज एक-दो वर्ष पहले ही बढ़ा था। मस्ट रोल पर काम कर रहे कर्मियों की स्थिति तो इनसे भी खराब है। उन लोगों को केवल 6000 रुपये महीने का मानदेय दिया जाता है। इससे भी खराब बात यह है कि कर्मचारी काम तो महीने में 30 दिन करते हैं मगर उनको मानदेय केवल 23 दिनों का ही दिया जाता है। अस्थाई कर्मचारी शासन से स्वीकृत न्यूनतम वेतनमान और विनियमितकरण जैसी मांगों को लेकर वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। कॉलेज प्रशासन से ल...