बरेली, अगस्त 26 -- नगर निगम क्षेत्र में कई ऐसे वार्ड हैं जिन्हें निगम की सीमा में शामिल तो कर लिया गया, लेकिन विकास कार्यों के नाम पर आज भी बदहाली झेलनी पड़ रही है। शहर के वार्ड 59 का गांव रोठा इसका बड़ा उदाहरण है, जिसे करीब 40 साल पहले नगर निगम में शामिल किया गया था। इतने लंबे समय बाद भी यहां के हालात में कोई खास बदलाव नहीं आया। बुनियादी सुविधाओं के मामले में यह इलाका न सिर्फ शहर से, बल्कि ग्राम पंचायत स्तर की सुविधाओं से भी वंचित है। सड़क, नाली, साफ-सफाई और जलापूर्ति जैसी आधारभूत व्यवस्थाएं यहां नदारद हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिसके चलते विकास के नाम पर उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है। बोले बरेली में हिन्दुस्तान की टीम से गांव की समस्याओं को साझा करते हुए लोगों ने बताया कि...