बरेली, अप्रैल 11 -- सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत कोटेदार कार्ड धारकों को राशन बांटने की जिम्मेदारी निभाते हैं। गेहूं-चावल, बाजरा और चीनी बांटते हैं। सरकार कोटेदार को एक कुंतल राशन का वितरण करने पर 90 रुपए कमीशन देती है। जबकि दूसरे राज्यों में कमीशन अधिक है। राशन वितरण में गड़बड़ी रोकने के लिए शुरू की गई ऑनलाइन व्यवस्था भी कोटेदारों को तंग कर रही है। डिजिटल सिस्टम धोखा दे रहा है। सर्वर की हालत खराब रहती है। ई-पॉश मशीन और डिजिटल कांटा अक्सर काम नहीं करते। राशन का वितरण अटक जाता है। ई-केवाईसी नहीं हो पा रहीं। प्रशासनिक और राजनीति दवाब भी कोटेदारों पर हावी है। ठेकेदारों के सहायक बदसूलकी करते हैं। पूरा राशन नहीं देना चाहते। बरेली में 1761 कोटेदारों समस्याओं से जूझ रहे हैं। कोटेदारों ने हिन्दुस्तान के साथ अपनी परेशानियां साझा कीं। बरेली में 766...