फिरोजाबाद, जुलाई 6 -- फिरोजाबाद। सहायता प्राप्त स्कूलों में भी ककहरा पढ़ाया जाता है। स्कूलों के शिक्षकों को वेतन भी सरकार देती है, लेकिन फिरोजाबाद के 59 कॉलेजों के नाम के साथ जुड़ा है सहायता प्राप्त अनुदानित कॉलेज। जहां स्कूल में सुविधाओं के लिए सरकार से कोई धनराशि नहीं आती है। पगार लेने के बाद शिक्षकों द्वारा तो स्कूल में बच्चों को पढ़ाया जाता है, लेकिन स्कूल की अन्य व्यवस्थाएं कहां से हों। बच्चों से फीस तय हो जाने के बाद में अब प्रबंध तंत्र पर भी आय के स्त्रोत नहीं बचे हैं। लिहाजा वह भी इन स्कूलों की व्यवस्थाओं से हाथ खींच रहे हैं। अब इस स्थिति में अगर कोई प्रधानाचार्य अपने स्तर से कॉलेज को संवारने के लिए कार्य करे तो उसे अपनी पगार से ही खर्च करना पड़ता है। भवन जर्जर होने के बाद में ताला पड़ चुका है तो बच्चों के लिए पर्याप्त फर्नीचर भी नहीं।...