फिरोजाबाद, अक्टूबर 1 -- फिरोजाबाद। पारिवार सिर्फ परिवार नहीं है, बल्कि एक संस्था है। यह महिलाओं से बेहतर कौन समझ सकता है, क्योंकि यही वो शक्ति है, जो पूरे परिवार को एक साथ बांध कर रखने में सक्षम हैं। बच्चों को संस्कार एवं शिक्षा देने की जिम्मेदारी भी इन पर है। आज वक्त के साथ संयुक्त परिवार कम हो रहे हैं। इसके पीछे एक वजह यह भी है कि आज के दौर में महिला-पुरुष दोनों कामकाजी हो रहे हैं तो काम के चलते उन्हें परिवार से दूर अन्य जिलों में रहना पड़ता है। इसके चलते संयुक्त परिवार अब एकल परिवार में बदल रहे हैं, लेकिन महिलाओं का भी मानना है कि संयुक्त परिवार से ही एक अच्छे समाज का निर्माण हो सकता है। अगर प्रोफेशन की वजह से घर से दूर जाना पड़ रहा है तो भी संयुक्त परिवार की परिकल्पना मन में बनाकर रखनी चाहिए। अगर परिवार दूर है तो फिर समाज में कुछ लोगों ...
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