फिरोजाबाद, फरवरी 18 -- फिरोजाबाद। आरसेटी सेंटर पहुंचकर रोजगार की तलाश को पूरा कर लिया। विभिन्न ट्रेडों में स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रशिक्षण पा रहे युवाओं के मन में एक सवाल कौंध रहा है कि प्रशिक्षण के बाद उनको सरकारी नौकरी मिल पाएगी या नहीं। बैंकों से लोन समय पर मिल जाएगा या उनकी फाइलों को आमजन की तरह अटकाया जाएगा। इसको लेकर शासन और प्रशासन से एक ही गुहार लगाई जा रही है कि उनको हर हाल में बैंकों से लोन मिल जाए और हो सके तो सरकारी नौकरियों में वरीयता देने का काम किया जाए। परिवार की स्थिति देखी, दूसरों के यहां पर काम करके देख लिया। कोई प्राइवेट शिक्षक बनकर स्कूल में कुछ हजार की पगार पा रहा था तो दूसरों के यहां पर नौकरी करते हुए रोजाना के ताने सुनने को मिल रहे थे। मन में विचार आया कि ऐसा काम डाला जाए जिससे किसी की सुननी भी नहीं पड़े और अपन...