फिरोजाबाद, मई 30 -- नगर निगम में आने के कई साल बाद भी कई गांव विकास की राह देख रहे हैं। थोड़ा-बहुत विकास इन क्षेत्रों में पहुंचा है तो नई आबादी में फिर भी काफी कुछ अधूरा है। वहीं गांव की बात करें तो गांव भी पूरी तरह से संतृप्त नहीं दिखाई देते हैं। नगर में आने के बाद भी लोग पानी भरने के लिए इधर उधर की दौड़ लगाते हैं तो कई गलियों में पाइप लाइन शो-पीस बनी है तो कहीं पड़ी ही नहीं है। नगर निगम में आने के बाद भी हजारों की आबादी पानी के लिए प्राइवेट सबमर्सिबल के भरोसे हैं तथा निगम के जल मूल्य से कई गुना ज्यादा देकर पानी खरीदने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि निगम इन्हें शुद्ध पेयजल मुहैया कराने में अक्षम साबित दिख रहा है। नगर निगम में आने वाले इन गांवों में से ही एक है टापा खुर्द। हिन्दुस्तान के बोले फिरोजाबाद के तहत इस गांव के विभिन्न मोहल्लों से जुड़ी ह...