फर्रुखाबाद कन्नौज, फरवरी 20 -- बिजली व्यवस्था को रोशन करने वाले आउटसोर्सिंग कर्मियों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है। 750 आउटसोर्सिंग कर्मचारी बिजली आपूर्ति को दुरुस्त करने के लिए रातोदिन काम करते हैं। उस पर विडंबना यह कि इन्हें न तो पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा उपकरण मिलते हैं और न ही इनका बीमा कराया गया है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान उत्तर प्रदेश निविदा संविदा और कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रामकिशन कहते हैं कि सुरक्षा उपकरण न मिलने से कर्मचारी अक्सर घटनाओं का शिकार होते हैं। कंपनी की ओर से कहा जाता है कि बीमा है, पर आज तक कोई कागजात नहीं मिले। तो हम कैसे माने कि बीमा है। अत: बीमा न होने के कारण उनके परिवार के हाथ कुछ नहीं आता। उत्तर प्रदेश निविदा संविदा और कर्मचारी संघ के महामंत्री विष्णु कहते हैं कि कर्मियों को सिर्फ ठ...