फर्रुखाबाद कन्नौज, फरवरी 19 -- जिला मुख्यालय की ही बात करें तो यहां पर 300 कोचिंग सेंटर संचालित हैं। कोचिंग सेंटर में छात्र हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की पढ़ाई करते हैं तो वहीं प्रतियोगी कोचिंग सेंटर में युवा अपने कॅरिअर को बनाने के लिए जुटते हैं। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से बातचीत में छात्र छात्राओं ने दर्द बयां किया। छात्रा कशिश ने बताया कि जैसे-तैसे कोचिंग की फीस का जुगाड़ हो पाता है। फीस इतनी अधिक है कि अभिभावक भी अक्सर चिंतित होने लगते हैं। माध्यमिक या फिर सीबीएसई विद्यालयों में पढ़ाई का स्तर यदि बेहतर हो तो छात्र छात्राओं को कोचिंग का सहारा भी न लेना पड़े। मगर मजबूरी यही है कि बेहतर तरीके से विद्यालयों में पठन पाठन नहीं हो पा रहा है। अन्य छात्र-छात्राएं बताते हैं कि कोचिंग सेंटरों में उन लोगों के लिए फीस में रियायत होनी चाहिए क्योंकि शासन...