फर्रुखाबाद कन्नौज, फरवरी 23 -- परिवार के साथ बाहर काम करना कोई आसान नहीं है। कामकाजी महिलाओं को उतनी सहूलियतें नहीं मिल रही हैं जिनती मिलनी चाहिए। ऑफिसों में कहीं अलग से शौचालय की व्यवस्था नहीं है तो कहीं पर वह इतने गंदे रहते हैं कि उसमें जाया नहीं जा सकता। सबसे अधिक समस्या शहरी क्षेत्र में जाम की रहती है। कामकाजी महिलाएं जब जाम में फंसकर दफ्तर या फिर अन्य कार्य स्थल पर पहुंची हैं तो उन्हें शर्मिंदगी का शिकार होना पड़ता है। शिक्षा, स्वास्थ्य, बीमा क्षेत्र समेत विभिन्न कार्यों में लगीं कामकाजी महिलाओं से आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान ने बातचीत की तो उनकी पीड़ा सामने आ गयी। काम काजी महिला आकांक्षा सक्सेना कहती हैं कि सबसे पहले तो टॉयलेट साफ कराए जाने चाहिए। ऑफिस हो या अन्य कहीं,टॉयलेट कभी साफ नहीं मिलते। इसके बाद सबसे पहले हमें सेफ माहौल चाहिए...
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