फर्रुखाबाद कन्नौज, मई 31 -- जिले में 115 ईंट भट्ठों का संचालन हो रहा है। ईंटों से सरकारी भवन, कालोनियां बस रही हैं। बिना ईंट के निर्माण ही संभव नहीं है मगर ईंट कारोबारियों की समस्याओं का कोई हल नहीं मिल रहा है। 15 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार देने वाला ईंट उद्योग कठिन दौर से गुजर रहा है। रायल्टी के बाद भी पुलिसिया उत्पीड़न, जीएसटी में बढ़ोतरी जैसी समस्याओं ने तो इस कारोबार के सामने चुनौतियां बढ़ा दी हैं। करीब दस ईंट भट्ठा तो तमाम तरह की विसंगतियों के चलते बंद भी हो चुके हैं। परंपरागत ईंट भट्ठा व्यवसाय के घाटे में आने से ईंट मालिकों में परेशानी है। आपके अपने अपने अखबार 'हिन्दुस्तानसे बातचीत करते हुए ईंट भट्ठा मालिक कृष्ण दत्त द्विवेदी ने बताया कि इस व्यापार को चलाना अब पहले जैसा नहीं रह गया है। मिट्टी, जमीन, कोयला और श्रमिकों की लागत में ...