फर्रुखाबाद कन्नौज, मई 13 -- मक्का उत्पादक किसानों को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए वह नहीं मिल पा रही हैं। किसानों की आय में बढ़ोतरी के दावे किए जा रहे हैं मगर उनकी आय और कम हो रही है। कर्ज के बोझ से किसान दबे जा रहे हैं। खाद, बीज और पानी की समस्याओं ने किसानों को घेर रखा है। मक्का की बुवाई के दौरान खेतों में यूरिया, जिंक और पोटाश की आवश्यकता होती है लेकिन इसकी उपलब्धता बड़ी मुश्किल से किसानों को हो पाती है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से बातचीत के दौरान मक्का किसानों का दर्द उभरकर सामने आ गया। यूसुफ कहने लगे कि शिकायत किससे करें कोई सुनने वाला तो नहीं है। बुवाई की शुरुआत में जिस तरह से एक-एक बोरी खाद के लिए धक्के खाए, वह अभी तक उन्हें याद है। सीजन में एक एक बोरी खाद के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। राधेश्याम कहते हैं कि मक्का का भरपूर उत्प...