फतेहपुर, फरवरी 24 -- फतेहपुर। जिले में फूल की खेती करने वाले किसान प्रशासनिक उदासीनता के शिकार हैं। लोगों के घरों को महकाने वाले फूल किसानों के खुद के घरों से महक गायब हो चुकी है। सरकारी योजनाओं की किसानों को जानकारी ही नहीं है। वहीं खाद-बीज तक बहुत मुश्किल से उपलब्ध हो पाता। फूल किसान राधा मोहन वर्मा करते हैं कि जिले में फूल मंडी न होने से कानपुर स्थित मंडी में जाकर फूल बेचने पड़ते हैं। जिसमें समय और किराया दोनों जाया होता है। अगर जिले में फूलों की मंडी बन जाए तो हमारी जिंदगी महक जाए। जिले के औंग क्षेत्र के जाड़े का पुरवा समेत करीब एक दर्जन से अधिक गांवों के किसान फूल की खेती करते हैं। फूल किसान नरेंद्र दत्त वर्मा कहते हैं कि क्षेत्र में करीब 1000 बीघा में फूल की खेती होती है लेकिन प्रशासन स्तर पर कोई सुविधा नहीं मिलती है। किसान अपने फूलों...
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