गंगापार, मार्च 28 -- नगर पंचायत शंकरगढ़ पानी के संकट से आजादी के 78 वर्ष बाद भी जूझ रहा है। शासन द्वारा 65 टंकी, आठ ट्यूबवेल और अनगिनत इंडिया मार्का हैंडपंप लगाने के बावजूद गर्मी का आगाज होते ही पानी की किल्लत गहराने लगी है। सरकारें आती है और जाती हैं किंतु नगरवासियों को अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कोरा आश्वासन ही मिलता आ रहा है। हालात इतने खराब है कि देश की सबसे बड़ी अदालत लोकसभा तक में इलाहाबाद के सांसद उज्जवल रमण सिंह ने शंकरगढ़ के पानी की समस्या उठाया है फिर भी जमीनी हकीकत अभी बहुत दूर है। पेयजल संकट के कारण नगरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हैंडपंप एवं सबमर्सिबल से निकलने वाला पानी भी अभी से गंदा व मिट्टी युक्त आने लगा है। इससे लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। बल्कि अभी से ही कई मोहल्लों में पानी की आपूर्...