गंगापार, जुलाई 14 -- वरुणा बाजार प्रदेश और केंद्र सरकार का जोर धार्मिक पर्यटन की ओर देखा जा सकता है। इसी के निमित्त अनेकों प्राचीन तीर्थस्थलों, आस्था के केंद्रों का पुनरोद्धार, सौंदर्यीकरण और वहां तक पहुंच बनाई जा रही है। यहां विकास कार्यों में भी तेजी लाई जा रही है। इससे राजस्व में भी वृद्धि होती है। इसी व्यवस्था का लाभ लाइमलाइट से दूर देवालयों, शक्तिपीठों को भी मिल सकता है। लेकिन अभी तक शासन व पर्यटन विभाग की नजर क्षेत्र में सबसे प्राचीन माने जाने वाले शिवालयों में से एक विश्वम्भरपुर के शिव मंदिर की तरफ नहीं गई है। जिसकी स्थापना छठी शताब्दी व पुनरोद्धार पंद्रहवीं शताब्दी में माना जाता है। स्थानीय स्तर पर इस मंदिर का माहात्म्य इतना है कि सावन के महीने में कांवरिये यहां जलाभिषेक करते हैं। फाल्गुन माह में विशाल मेले का भी आयोजन होता है। स्...