गंगापार, जून 16 -- बाबूगंज गांवों में सड़कों का जाल तो बिछा है लेकिन दशकों पहले बनी इन सड़कों का हाल जानने विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी कभी नहीं आया। नतीजा चकाचक दिखने वाली सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। ग्रामीण कहते हैं चाहे गर्मी का मौसम हो या फिर सर्दी और बारिश का रोज कीचड़ से ही होकर आगे बढ़ना होता है। प्रतिदिन इन लिंक मार्गो से 20 से बाइस हजार बाइक, साइकिल व अन्य चार पहिया वाहन सवार लोग गुजरते हैं। बाबूगंज बाजार के आसपास विकासखंड फूलपुर, सहसों, बहादुरपुर और बहरिया ब्लॉक के सैकड़ों गांवों में लोगों की सुविधा के लिए करीब तीन दशक पहले लोक निर्माण विभाग द्वारा गांव की गलियों तक एवं मुख्य मार्गो को जोड़ने वाली सड़कों का जाल बिछाया गया। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि बनने के दौरान सड़क पूरी तरह चकाचक हालत में थी। लेकिन देखते ही द...