गंगापार, नवम्बर 3 -- फूलपुर मूलभूत आवश्यकताओं में रोटी, कपड़ा, मकान के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य ही सबसे महत्वपूर्ण है। इन दोनों सुविधाओं को प्रदान करने में कहीं भी लापरवाही या उदासीनता हुई तो पूरी व्यवस्था पटरी से उतर जाती है। सरकार शिक्षालय और चिकित्सालय की स्थापना व उनमें संसाधनों की व्यवस्था के दावे कुछ भी कर ले लेकिन हकीकत कुछ और ही है। कभी कार्यदायी संस्थाओं की लेटलतीफी व उनकी कार्यशैली पर लगते प्रश्नचिह्न के कारण कभी कभी नवीन निर्मित विद्यालय, चिकित्सालय का कार्य लंबा खिंच जाता है। जिसके कारण ग्रामीणों को सुविधाएं नहीं मिल पाती और सरकार की मंशा पर पानी फिर जाता है। इसका एक जीता जागता उदाहरण फूलपुर विकास खंड के सराय अभयचंद्र उर्फ चन्दौकी में बन रहे आयुष्मान आरोग्य मंदिर (उप स्वास्थ्य केंद्र) है। जिसका निर्माण लगभग ढाई साल पहले शुरू हुआ...