गंगापार, मई 22 -- मांडा में पेयजल संकट आजादी के लंबे अंतराल और तमाम विकास संबंधी नारों के बावजूद मांडा क्षेत्र के पचास प्रतिशत ग्राम पंचायतों के हजारों ग्रामीणों की पेयजल और सिंचाई की समस्या सरकार और विभागीय अधिकारी दूर नहीं कर पा रहे हैं, जिससे हर साल गर्मी के मौसम में लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। जनपद के दक्षिणी पहाड़ी भूभाग में बसे मांडा क्षेत्र के पचास प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतें पहाड़ पर हैं। इन ग्राम पंचायतों और इनसे संबंधित गांवों और मजरों में फरवरी से ही जलस्तर काफी नीचे चला जाता है, जिससे कुंओ और हैंडपंप का पानी मटमैला हो जाता है। मार्च समाप्त होने के साथ ही कुंओ और हैंडपंप का पानी भी समाप्त हो जाता है, जिससे पेयजल के लोगों की परेशानी शुरु हो जाती है। इन गांवों की सबसे भयावह स्थिति मई और जून महीने में होती है। क्षेत्र...