प्रयागराज, जून 8 -- हनुमानगंज, हिन्दुस्तान संवाद। मूलभूत सुविधाओं में चिकित्सा बुनियादी जरूरत है। केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से तमाम स्वास्थ्य योजनाएं संचालित की जा रही हैं। ग्रामीणों के इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) की व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त रखने का दावा किया जाता है, लेकिन धरातल पर सच बिल्कुल अलग है। डॉक्टरों की कमी, दवाओं का टोटा मरीज-तीमारदारों पर भारी पड़ रहा है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान ने 'बोले प्रयागराज शृंखला के तहत बहादुरपुर ब्लॉक के सीएचसी कोटवा एट बनी की हकीकत जानी। मरीजों-तीमारदारों से बातचीत की तो उनका दर्द छलक पड़ा। सभी ने अव्यवस्था पर रोष जताते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवा के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी अपेक्षित लाभ नहीं मिल रहा है। अस्पताल में पर्याप्...