प्रयागराज, नवम्बर 24 -- हिन्दुस्तान टीम। झलवा में करीब दो दशक पूर्व एक प्राइवेट कॉलोनाइजर द्वारा ग्रीन वैली का निर्माण कराया गया था। उस दौरान यह कॉलोनी ग्रामसभा देव घाट के अंतर्गत आती थी। अब नगर निगम के विस्तारीकरण के बाद यह कॉलोनी नगर निगम में शामिल कर ली गई और अब इसे शास्त्री नगर कॉलोनी के नाम से जाना जाता है। नगर निगम के प्रपत्रों में भी इसका नाम शास्त्री नगर कॉलोनी के रूप में दर्ज है। यहां के बाशिंदे दो दशक के लंबे समयांतराल में भी समस्याओं के मकड़जाल से मुक्त नहीं हो सके हैं। हर तरफ बिजली, पानी, सड़क, सफाई, सीवर, स्ट्रीट लाइट की समस्याएं मुंह बाए खड़ी नजर आती हैं। हालत यह है कि दो दशक में यहां लोगों को आने-जाने के लिए पक्की सड़क तक मयस्सर नहीं हो सकी है। समय-समय पर रहे ग्राम प्रधानों ने भी समस्याओं पर कोई दिलचस्पी नहीं ली और अब नगर न...