गंगापार, अप्रैल 7 -- फूलपुर का सराय अभयचंद जब देश को आजादी मिली तो देश के नागरिकों का सपना था कि वे मुख्य धारा में आएंगे। कम से कम भौतिक संसाधनों की तो कोई कमी नहीं होगी। रोटी, कपड़ा, मकान तो होगा ही बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा से भी वंचित नहीं रहेंगे। लेकिन अब भी देश प्रदेश में अनेकों बस्तियां, मजरे, गांव ऐसे हैं जहां रात में बिजली के प्रकाश में रहना एक सपने सरीखा है। वहां विद्युतीकरण न होने से रात के अंधेरे में ऐसी बस्तियों के नागरिक जीवन जीने को विवश हैं। ऐसा ही एक टोला है फूलपुर विकास खंड के सराय अभयचंद उर्फ चन्दौकी का वनवासी बस्ती। फूलपुर विकास खंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत सराय अभयचंद उर्फ चन्दौकी मिश्रित आबादी वाला गांव है। यहां पटेल, मौर्या, यादव, प्रजापति, विश्वकर्मा, ब्राह्मण, नाई, अल्पसंख्यक, ...