प्रयागराज, जून 10 -- प्रयागराज, हिन्दुस्तान टीम। भवन निर्माण एवं अन्य कार्यों में लगे श्रमिकों का जीवन झंझवातों में फंसा रहता है, कभी काम न मिलने की समस्या तो कहीं का मेहनताना न मिलने जैसी परेशानियों से इन्हें रोज दो चार होना पड़ता है। इन सबके बीच जहां काम के इंतजार में घंटों बिताते हैं उस लेबर चौराहों पर न तो छांव मिलती है और न ही प्यास बुझाने को पानी। अगर बात करें शहर के प्रमुख लेबर चौराहों की तो रामबाग में श्रमिकों के लिए कोई नागरिक सुविधा नहीं दिखती। दूरदराज से आए मजदूर तमाम कठिनाइयों के बीच यहां काम मिलने के इंतजार में घंटों खड़े रहते हैं। श्रमिकों के ठहरने-बैठने के लिए शेड आदि की व्यवस्था न होने के कारण इस तपती गर्मी में खुले आकाश के नीचे दिन बीतता है। अधिकांश मजदूरों के न तो श्रमिक कार्ड बने हैं न ही इन्हें अपने अधिकारों और सरकारी ...