प्रयागराज, मार्च 8 -- प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। बेटियां अब संघर्षों और चुनौतियों से डर कर घर में नहीं बैठतीं, बल्कि सामाजिक बंदिशों को तोड़कर सफलता के आकाश में उड़ान भर रही हैं। अब वो जमाना नहीं रहा जब महिला को अबला समझा और कहा जाता था, आज समाज के हर क्षेत्र में 'आधी आबादी' अपने सपनों को पूरा कर रही है। हालांकि बहुत से परिवारों में आज भी बेटियों को बेटों के बराबर अपनी राह चुनने की आजादी नहीं है। यह बातें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान' की ओर से आयोजित संवाद में शुक्रवार को जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज और आर्य कन्या डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने कहीं। आत्मविश्वास और मेहनत से मिलती है सफलता प्रयागराज। जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज में आयोजित हिन्दुस्तान संवाद में छात्राओं ने करियर की चुनौतियों पर चर्...