प्रयागराज, मार्च 9 -- प्रदेश की सबसे बड़ी भर्ती संस्था लोक सेवा आयोग से इन दिनों कई प्रतियोगी छात्र संतुष्ट नहीं हैं। पीसीएस 2024 प्री परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद से आयोग के प्रति इनका असंतोष बढ़ा है, इससे पूर्व प्रतियोगियों ने पिछले साल इसी परीक्षा में मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) लागू कर प्रारंभिक परीक्षा एक से अधिक दिन कराए जाने के आयोग के फैसले को लेकर उग्र आंदोलन किया था, जिसे देखते हुए आयोग को अपना फैसला बदलना पड़ा था। आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत कहते हैं कि आयोग का अस्तित्व प्रतियोगी छात्रों से है लेकिन छात्र इसे शंका भरी नजरों से ही देखते हैं। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने छात्रों से बातचीत की, जिसमें यह बात निकल कर आई कि आयोग को विश्वास बहाली के लिए कई कदम उठाने पड़ेंगे, तभी प्रदेश के तमाम शहरों और गांवों से अपने सपनों को सा...