भागलपुर, अगस्त 7 -- प्रस्तुति : मुकेश श्रीवास्तव भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय, पूर्णिया में मखाना अनुसंधान के लिए पहले से मौजूद संसाधन और अनुकूल वातावरण इस क्षेत्र को 'मखाना एक्सपोर्ट हब' बना सकते हैं। ऐसे में यहां राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना समय की मांग बन चुकी है। इससे लाखों किसानों को स्थायी आजीविका और बिहार को आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूती मिलेगी। चतुर्थ कृषि रोडमैप के तहत किए गए वादों को धरातल पर उतारते हुए सरकार को शीघ्र मखाना बोर्ड गठन की घोषणा करनी चाहिए। इसी मांग को लेकर पूर्णिया सिविल सोसाइटी के बैनर तले स्थानीय लोग भूख हड़ताल पर बैठे थे और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा था। पूर्वांचल के प्रमुख कृषि क्षेत्रों में शामिल पूर्णिया में राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना की मांग अब जन आंदोलन का रूप ले चुकी...