भागलपुर, अप्रैल 19 -- लायंस क्लब, लायंस क्लब ऑफ पूर्णिया ग्रेटर और रोटरी क्लब जैसे संगठन शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और संस्कृति के क्षेत्र में एक नई चेतना लाने का काम कर रहे हैं। संस्था का यह प्रयास सराहनीय है कि ये बिना किसी सरकारी सहायता के इतने बड़े स्तर पर सामाजिक कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। यह भी सच है कि प्रशासनिक सहयोग मिलने से संस्था की गतिविधियों को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकता है। जरूरत है, प्रशासन और समाज दोनों के सहयोग की, ताकि लायंस क्लब और रोटरी क्लब जैसे संगठन और भी प्रभावी रूप से समाज सेवा कर सकें। पूर्णिया ही नहीं, पूरे बिहार को एक नई पहचान दे सकें। संवाद के दौरान जिले के गैर-सरकारी संगठनों के सदस्यों ने अपनी बात रखी। 01 सौ 10 सदस्य हैं लायंस क्लब पूर्णिया के, 1962 से है संचालित 28 सदस्य हैं रोटरी क्लब पूर्णिया शाखा...