भागलपुर, जुलाई 7 -- प्रस्तुति: रजनीश पूर्णिया जिले के सीमावर्ती इलाके में स्थित को-ऑपरेटिव बाजार अंग्रेजी शासनकाल में ग्रामीण हटिया के रूप में शुरू हुआ था। पहले यह लकड़ी के व्यवसाय के लिए प्रसिद्ध था, लेकिन समय के साथ यहां विभिन्न छोटे व्यवसाय फलने-फूलने लगे। आज यह बाजार भले ही ग्रामीण क्षेत्र में है, लेकिन पूर्णिया और अररिया जिलों के बीच यह एक सशक्त व्यावसायिक केंद्र बन चुका है। यहां रेडीमेड कपड़ों की होलसेल दुकानों सहित करीब पांच सौ दुकानें हैं। गुदरी हटिया भी लगती है। यह बाजार आसपास के 8-10 पंचायतों का व्यावसायिक केंद्र बन चुका है और युवाओं का व्यापारिक सपना भी। पूर्णिया जिला मुख्यालय से सटे श्रीनगर प्रखंड का यह प्रमुख बाजार एक व्यवस्थित और सुविधाजनक ढांचे का हकदार है। यदि समय रहते यहां के व्यवसायियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गय...