भागलपुर, दिसम्बर 21 -- फुटकर दुकानदारों की समस्याएं शहर में रहने वाले दो तबके ऐसे हैं जिनका स्थायी ठौर ठिकाना नहीं है। एक निजी आंकड़े के अनुसार पूर्णिया शहर में बाजार से लेकर लाइन बाजार तक तथा खुश्की बाग से लेकर गुलाब बाग तक 10 हजार से अधिक फुटकर विक्रेता है। इनके दुकान की दुनिया रोज सजती और रोज उजड़ती है। इसके अलावा शहर में एक तबका ऐसा भी है जो रोड के किनारे टीन और कपड़े का छप्पर बनाकर जीवन का समय कटा रहा है। ऐसे लोग बायपास रोड के किनारे और स्लम एरिया के रूप में माना जाने वाला दलित बहुल क्षेत्र की 'लाइन- बस्ती' में मिल जाएंगे। ऐसे लोग सरकार से मल्टी रेजिडेंशियल कांप्लेक्स की कामना कर रहे हैं तो रोड किनारे फुटकर विक्रेता मल्टी मार्केट कांप्लेक्स की कल्पना कर रहे हैं। पूर्णिया अब उत्तरी बिहार का सबसे बड़ा टाउनशिप के रूप में डेवलप हो रहा है...