भागलपुर, जून 25 -- प्रस्तुति: भूषण अंग्रेजों के विरुद्ध आवाज उठाने वाले लालगंज, विक्रमपट्टी, खुदना, हरदा कवैया आदि इलाके का आज भी अपेक्षित विकास नहीं हो पाया। दरहैया विक्रमपट्टी घाट पर पुल नहीं होने के कारण परेशान लोग का अब नदी में डूब कर दूसरी पार जाना ही नियति समझ चुके हैं। यह अलग बात है कि अंग्रेज के जमाने की विरुद्ध जब लड़ाई लड़ी जा रही थी तो यह नदी क्रांतिकारियों के लिए सेफ जोन बना हुआ था। हिन्दुस्तान के बोले पूर्णिया अभियान के तहत जब वहां के लोगों से बातचीत की गई तो ग्रामीणों ने बहुत सारा दर्द बताया और कहा कि हमारी पिछड़ेपन का कारण यह नदी है। जहां पुल नहीं है। जिससे बरसात के समय हमें अपने खेत तक पहुंचने में भी बाधा बनी हुई है। हमारे पंचायत की सड़कें भी अब खराब हो गईं हैं और जल निकासी का मसला का हल नहीं हो पाया है। दरहैया विक्रमपट्टी...
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