भागलपुर, जुलाई 12 -- प्रस्तुति: प्रदीप कुमार राय सीमांचल को नेपाल से जोड़ने वाली रेलवे रूट पर जलालगढ़ रेलवे स्टेशन लगभग पौने दो सौ साल पुराना है। एक जमाना था जब कोई रोडवेज नहीं तो यह स्टेशन ही दक्षिण से उत्तर की ओर जाने वाली रूट में शुमार था। अंग्रेजों के जमाने के इस रेलवे स्टेशन की भले ही इतिहास काफी गौरव मिल रहा हो लेकिन वर्तमान अच्छा नहीं है। यहां ट्रेनें तो खूब गुजरती हैं लेकिन सफर पूरा नहीं होता। रोजाना औसतन आठ सौ से एक हजार यात्री रेलवे स्टेशन पर आकर ट्रेन की यात्रा करते हैं। व्यवस्था के अभाव में लोग लाचार होकर बस की यात्रा करने को मजबूर हैं। लोगों की मांग है कि स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव बढ़े। जलालगढ़ रेलवे स्टेशन आज भी कई बुनियादी असुविधाओं को झेल रहा है। बोले पूर्णिया संवाद के दौरान अधिकांश लोगों ने कहा कई बार इस संबंध में रेलवे ...
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